सच्चे दोस्त ओर अपने साथी के तलाश क लिए पर यहाँ पे ये सब समझने वाले कोई नहीं। सच्चे दोस्त ओर अपने साथी के तलाश क लिए पर यहाँ पे ये सब समझने वाले कोई नहीं।
जवाँ चाह थी, झूमती राह थी, मस्ती में डूबा हर पल मस्त था। जवाँ चाह थी, झूमती राह थी, मस्ती में डूबा हर पल मस्त था।
हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...
बस अट्टहास कहते हैं मुस्कान तो मुस्कान होती है। बस अट्टहास कहते हैं मुस्कान तो मुस्कान होती है।
खुश नही हूं... खुश नही हूं...